Monday, April 27, 2015

8 कितने सवाल कर रहीं

2212  1212 /  22  1212  (13/10)

कितने  सवाल कर रहीं, आँखें  बड़ी-बड़ी,
क्या-क्या कमाल कर रहीं, आँखें बड़ी-बड़ी।।

जब  से  मुझे निगाह  भर, देखा हुज़ूर  ने,  
तब से बे'हाल  कर  रहीं, आँखें बड़ी-बड़ी।।

दिल में घुसी कटार सी, दिनरात चुभ रहीं
हँस-हँस हलाल कर रहीं, आँखें  बड़ी-बड़ी।।

आईं  हैं' तब से है लगा, मजमा पड़ोस में,
कितना बवाल कर रहीं, आँखें बड़ी-बड़ी।।

मुर्दे भी' उठ के' कर उठें, जीने की' कामना,
सब को निहाल कर रहीं, आँखें बड़ी-बड़ी।।

वीरानगी में आगमन,  से  फूल  खिल  उठे,
जीवन बहाल  कर  रहीं, आँखें  बड़ी-बड़ी।।

रणवीर सिंह 'अनुपम'
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