Friday, July 12, 2019

799. दिल लेकर के दिलदार बने (मुक्तक)

799. दिल लेकर के दिलदार बने (मुक्तक)

दिल लेकर के दिलदार बने, फिर कैसे कहें तुम जानत ना।
हम प्रेम करें  दिल खोल करें, हम प्रेम में बीनत- छानत ना।
हिय हार गए  सब सौंप दिया, हम मानत हैं  तुम मानत ना।
इस बात पे  लानत है तुमको, हमको इस बात पे लानत ना।

रणवीर सिंह 'अनुपम'
12.07.2019
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