799. दिल लेकर के दिलदार बने (मुक्तक)
दिल लेकर के दिलदार बने, फिर कैसे कहें तुम जानत ना।
हम प्रेम करें दिल खोल करें, हम प्रेम में बीनत- छानत ना।
हिय हार गए सब सौंप दिया, हम मानत हैं तुम मानत ना।
इस बात पे लानत है तुमको, हमको इस बात पे लानत ना।
रणवीर सिंह 'अनुपम'
12.07.2019
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