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Sunday, January 27, 2019
703. भूख भय अरु बेबसी पर (मुक्तक)
703. भूख भय अरु बेबसी पर (मुक्तक)
भूख भय अरु बेबसी पर, अब कोई लिखता नहीं।
बात कहता किन्तु कहकर, बात पर टिकता नहीं।
शान से हर ओर बिकता, झूठ देखो थोक में,
सत्य का है हाल फुटकर, में भी यह बिकता नहीं।
रणवीर सिंह 'अनुपम'
27.01.2019
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