Sunday, January 06, 2019

675. कुकर्मी को सदाचारी (मुक्तक)

675. कुकर्मी को सदाचारी (मुक्तक)

कुकर्मी  को सदाचारी, तुम्हें  कहना तो  कहिए ना।
छिछोड़ों  बत्तमीजों सँग, तुम्हें  रहना तो  रहिए ना।
नहीं  आसान  है  चलना, कभी प्रतिकूल  धारा के।
तुम्हें मुर्दे के माफिक ही, अगर बहना तो बहिए ना।

रणवीर सिंह 'अनुपम'
05.01.2019
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