684. जिसके कारण पुरुष (मुक्तक)
शबरीमाला मंदिर विवाद, तथाकथित आस्था और आस्थावानों पर एक मुक्तक।
684. जिसके कारण पुरुष (मुक्तक)
जिसके कारण पुरुष कोख में, अपनी देह ढला करता।
जिससे मानव मात्र जन्मता, जिससे वंश फला करता।
उसी शक्ति जग की निर्मात्री, को अपमानित करते हो।
जिससे है उत्पत्ति ईश की, जिससे जगत चला करता।
रणवीर सिंह 'अनुपम'
10.01.2019
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