ईद
आज ऐसी भोर आई, ईद की बहार लाई,
देखो है उमंग छाई, हर एक मन में।
प्रेममधु घोल रही, मस्त होके डोल रही,
झूमें ये पवन देखो, धरा औ गगन में।
रंजो-गम सब जले, हर कोई मिले गले,
यूँ ही ख़ुशी फूले-फले, प्यारे से वतन में।
मिल-जुल सब रहें, दुःख-सुख मिल सहें,
शांति का संदेश फैले, जन-गण-मन में।।
रणवीर सिंह (अनुपम)
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