Sunday, October 04, 2015

110. दृढ़ता से सच कहे (कवित्त)

घनाक्षरी

दृढ़ता से सच कहे, कह के जो टिका रहे,
ऐसा ही सपूत माँ के, मान को बढ़ात है।

मौत से न भय खाये, शत्रु देख भाग जाये,
ऐसा वीर सैकड़ों पे, भारी पड़ जात है।

शेरनी का लाल है ये, रिपुओं का काल है ये,
हिन्द का जवान सौ-सौ, मार के गिरात है।

हर बाधा तोड़ दे जो, वक्त को भी मोड़ दे जो,
वो ही इतिहास यहाँ, रच के दिखात है।।

रणवीर सिंह (अनुपम)
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