Sunday, October 18, 2015

119. पैसा हो जो पास में तो (कवित्त)

पैसा

पैसा हो जो पास में तो, करते सम्मान सब,
पैसा ही बनाता खास, पैसे  से ही आम है।

पैसा  से  चमकता है, भामिनी  का रंगरूप,
हँस - हँस  बातें  करे,  करे  सारा  काम  है।

खाली  जेब  देखकर, प्रेमिका  न आये  घर,
रोज  करे  वादे  झूठे,  प्रातः और  शाम  है।

ओछे गीत गायिका से, नंगे अंग नायिका से,
कुछ भी करा लो गर, मुठ्ठी  में जो दाम  है।। 

रणवीर सिंह (अनुपम)
*****

No comments:

Post a Comment

Note: Only a member of this blog may post a comment.