Sunday, October 04, 2015

105 "पता तुमको चलेगा तब"

मापनी-1222   1222    1222   1222

रहोगे साथ में कुछ दिन, पता तुमको चलेगा तब।
हमारा कद कहाँ तक है, पता तुमको चलेगा तब।।

हमारी अहमियत है क्या, तुम्हें मालूम ना लोगो,
चला जाऊँगा' दुनियाँ से, पता तुमको चलेगा तब।।

बड़ी मगरूर रहती हो, पुते चहरे के' ऊपर तुम,
हटाकर देखिए मेकप, पता तुमको चलेगा तब।।

अदाएं चीज क्या होतीं, किसे सौन्दर्य कहते हैं,
मिलोगो यार से मेरे, पता तुमको चलेगा तब।।

नहीं है मतलबी दुनियाँ, न मतलब के सभी साथी।
मिलेगा आदमी मुझसा, पता तुमको चलेगा तब।।

अभी ईमान भी जीवित, अभी ईमानदारी भी,
मिलो इक बार मुझसे तो, पता तुमको चलेगा तब॥

गुमां ये श्रेष्ठता का तुम, सदा को भूल जाओगे,
पड़ेगा हम से' जब पाला, पता तुमको चलेगा तब।।

तुम्हीं हो सिर्फ काबिल ये, नजरिया हम बदल देंगे,
घड़ी भर जो मिलो हमसे, पता तुमको चलेगा तब॥

रणवीर सिंह (अनुपम)
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