502. जनता है उपभोक्ता (कुण्डलिया)
जनता है उपभोक्ता, राष्ट्रवाद है ब्रांड।
देशभक्ति के नाम पर, चहुँदिश हत्याकांड।
चहुँदिश हत्याकांड, रोज होती लुटपाटें।
खुश हो नेता फसल, कौलियाँ भर-भर काटें।
राजनीति का काम, जाति-धर्मों से चलता।
मरती है तो मरे, देश की भोली जनता।
रणवीर सिंह 'अनुपम'
28.01.2018
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