Sunday, December 24, 2017

471. मिल गए तो मिलन को

471. मिल गए तो मिलन को

मिल  गए  तो  मिलन  को, स्वीकार कीजिए।
मत  क़ीमती  इस वक़्त को, बेकार  कीजिए।

मेरा न  हाल  सुन सको, अपना सुनाओ तुम,
सुनने  सुनाने  में  न  अब,  तकरार  कीजिए।

सुन-सुन के, न-न आप की, आधी उमर गयी,
वर्षों   बिताई   उम्र  अब,   इकरार   कीजिए।

अब भी  सवाल  है  वही, हाथों  का  हाथ से,
लीजिए  या  दीजिए   न   इनकार   कीजिए।

रणवीर सिंह 'अनुपम'
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