470. तोले भर ही अक्ल थी (कुण्डलिया)
तोले भर ही अक्ल थी, समझे मेरा यार।
और पौन उसको मिली, बाकी में संसार।
बाकी में संसार, सृष्टि में वो ही ज्ञानी।
ऐंठा - ऐंठा फिरे, चूर मद में अभिमानी।
बोले ओछा हीन, नासमझ जब भी बोले।
बोलन से यह पूर्व, शब्द को कभी न तोले।
रणवीर सिंह 'अनुपम'
23.12.2017
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तोले - एक तोला (सोना तौलने की एक माप)
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