Wednesday, February 17, 2016

216. कोई बुला रहा है (गीतिका)

मापनी - 221  2122,    221  2122

कोई बुला रहा है, आवाज दे के' हम को।
फिर से जगा रहा है, दिल में हमारे' गम को।

जग को बताउँ कैसे, हालात यार दिल के।
जो-जो गुजर रही है, कैसे कहूँ सनम को।

तुमने न भूख देखी, देखी न बेकली है।
देखी न पीर मेरी,  देखा न उर के' तम को।

हमको न तुम बनाओ, सौगंध तुम न खाओ।
देखा करीब से है, तुझको ते'री कसम को।

रणवीर सिंह (अनुपम)
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