Wednesday, February 10, 2016

201. कंगना पायल से कहे (कुण्डलिया)

कुण्डलिया

कंगना   पायल   से   कहे,  काहे   होत  अधीर।
हम  दोनों   की  एक  गति,  एक   हमारी   पीर।
एक    हमारी   पीर,   सजन   आ    इसे   हरेंगे।
लखकर,   छूकर,  चूम,   नया   उत्साह   भरेंगे।
वो दिन अब नहि दूर, मिलेंगे जिस  दिन सजना।
मन  मत  करे  मलीन, कहे  पायल  से कंगना।।

रणवीर सिंह (अनुपम)
*****

No comments:

Post a Comment

Note: Only a member of this blog may post a comment.