Saturday, December 12, 2015

163. कभी तकरार करते हैं

कभी तकरार करते  हो, कभी  इन्कार करते  हो।
मगर मुझको यकीं है ये,  हमीं से  प्यार करते हो।
तभी तो चूड़ियाँ, नथनी, नयन मदिरा भरे प्याले।
सभी को यूँ सजाकर  के, इन्हें  तैयार  करते  हो।

रणवीर सिंह (अनुपम)
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