743. चरण-वंदना सीख ली (कुंडलिया)
चरण-वंदना आ गयी, सम्मुख देख चुनाव।
मलहम आज लगात हैं, देते थे जो घाव।
देते थे जो घाव, हितैषी आज बने हैं।
कल तक थे जो शत्रु, मित्र बन गए घने हैं।
'अनुपम' कुछ तो सीख, करे अब दंदफंद ना।
तू भी कर दे शुरू, आज से चरण-वंदना।
रणवीर सिंह 'अनुपम'
04.04.2019
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