Saturday, April 06, 2019

746. सूखों की इस देह पर (कुंडलिया)

746. सूखों की  इस देह पर (कुंडलिया)

सूखों की  इस देह पर, मोटों का अधिकार।
मारें - पीटें   फूँक   दें, ये  लें   खाल  उतार।
ये  लें  खाल  उतार, इन्हें  सारे  ही  हक हैं।
ये  ही  थानेदार, यहाँ   के   ये   शासक  हैं।
ये  ही  पालनहार, आस  ये  ही भूखों  की।
इनका ही अधिकार, देह पर इन सूखों की।

रणवीर सिंह 'अनुपम'
06.04.2019
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