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643. इस तरह मेरी वफ़ा (मुक्तक)
इस तरह मेरी वफ़ा मत तोलिए। खोलिए अपने लबों को खोलिए। आपकी यह बेरुखी अच्छी नहीं। बोलिये जानम अरे कुछ बोलिए।
रणवीर सिंह 'अनुपम' 17.11.2018 *****
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