Friday, August 04, 2017

389. मोहब्बत नाम चाहत का (मुक्तक)

389. मोहब्बत नाम चाहत  का (मुक्तक)

मोहब्बत नाम चाहत  का, ये अपने  आप  होती है।
जहां में  जो  भी  रिश्ते हैं, ये उनमें  खास  होती है।
ये दिल का ऐसा रिश्ता है,जो सस्ते से भी सस्ता है।
अगर हो बात कीमत की, तो किसके पास होती है।

रणवीर सिंह 'अनुपम'
04.08.2017
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