382. अंदाज़ बदलने लगते हैं (मुक्तक)
अंदाज़ बदलने लगते हैं, जब दिल में मोहब्बत होती है।
हर ओर बहारें आ जातीं, जब उनकी इनायत होती है।
तोपें, तलवारें कर न सकीं, वो प्रेम ने करके दिखलाया।
बिगड़े भी सँभलने लगते जब, दिलबर की शिकायत होती है।
रणवीर सिंह 'अनुपम'
19.07.2017
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