Wednesday, July 19, 2017

382. अंदाज़ बदलने लगते हैं (मुक्तक)

382. अंदाज़ बदलने लगते हैं (मुक्तक)

अंदाज़  बदलने  लगते  हैं,  जब  दिल  में  मोहब्बत  होती  है।
हर  ओर  बहारें   आ  जातीं,  जब  उनकी  इनायत  होती  है।
तोपें,  तलवारें  कर  न  सकीं,  वो  प्रेम  ने  करके  दिखलाया।
बिगड़े भी सँभलने लगते जब, दिलबर की शिकायत होती है।

रणवीर सिंह 'अनुपम'
19.07.2017
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