Saturday, November 14, 2015

144. वो जमाले हुश्न उनका

144. वो जमाले हुश्न उनका (मुक्तक)

वो  जमाले   हुश्न   उनका,  और   अंदाजे   कलाम।
वो तबुस्सुम, वो झुका सिर, और वो उनका सलाम।
लय  पकड़ना  नृत्य  का  वो,  थिरकना  मृदंग  पर।
खत्म होकर भी  है लगता, उनका  रक्से  नातमाम।

रणवीर सिंह (अनुपम)
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रक्स= नृत्य, 
नातमाम=अपूर्ण, ख़त्म न हुआ हो, संपन्न न हुआ हो

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