Friday, November 13, 2015

140. जुल्फ से पानी की बूँदें

जुल्फ  से  पानी की  बूँदें  किस तरह,
लिपट कर  इतरा  रहीं  हैं भाग्य पर।
अगले पल की कुछ खबर इनको नहीं,
तौलिए  से  जब  कोई  देगा  मिटा।।  
रणवीर सिंह (अनुपम)
*****

No comments:

Post a Comment

Note: Only a member of this blog may post a comment.