2200 करोड़ का पीएनबी घोटाले के बाद विदेश भागने के बाद।
522. होटल में वे मौज से (कुण्डलिया)
होटल में वे मौज से, जीवन रहे गुजार।
जनता का धन लूटकर, करके बंटाधार।
करके बंटाधार, देश का चले गये हैं।
आज पुनः भारतवासी, फिर छले गये हैं।
हम सब उलझे हुए, यहाँ उनके टोटल में।
जीवन रहे गुजार, मजे से वे होटल में।
रणवीर सिंह 'अनुपम'
17.02.2018
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