Sunday, March 24, 2019

731. झुमका नथनी चूड़ियाँ (कुंडलिया)

731. झुमका नथनी चूड़ियाँ (कुंडलिया)

झुमका,  नथनी,  चूड़ियाँ, कंगन  था  बेचैन।
पिय का  संदेशा  मिला, हिय को आया चैन।
हिय को आया चैन, जगी मन में अभिलाषा।
गोरी  दर्पण   देख, पढ़े   नयनों   की  भाषा।
यौवन  भरे   उछाल, देह   लेती   है  ठुमका।
सबके सब मदमस्त, चूड़ियाँ नथनी झुमका।

रणवीर सिंह 'अनुपम'
23.03.2019
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