358. हालात हैं अच्छे नहीं
आजकल आबोहवा हालात हैं अच्छे नहीं।
रहनुमाओं के यहाँ ब्यानात हैं अच्छे नहीं।
ये मगरमच्छों के आँसू यार अपने पास रख,
ये रुँआसा मुख तेरा जज्बात हैं अच्छे नहीं।
दूसरों पर दोष मढ़कर, मत बनो निर्दोष यूँ,
कथनी, करनी आपके ख्यालात हैं अच्छे नहीं।
तख्त पर बैठा उसे भगवान कहना सीख लो,
अन्यथा फिर आपके, दिनरात हैं अच्छे नहीं।
रणवीर सिंह 'अनुपम'
10.06.2017
*****
No comments:
Post a Comment
Note: Only a member of this blog may post a comment.