Saturday, June 16, 2018

569. सेहत न सुधरी आपकी (युग्म)

569. सेहत न सुधरी आपकी (युग्म)

सेहत न सुधरी आपकी तो मैं क्या करूँ,
मैंने तो चीड़फाड़ में, छोड़ी  कमी  नहीं।

कितनी भी तुम सफाई से, हाथों को धोइये,
रखना मगर  यह याद, खून बोलता भी है।

रणवीर सिंह 'अनुपम'
16.06.2018
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