557. हम शासक हैं (मुक्तक)
हम राजा हैं हम से मत तकरार करो।
समझाते हैं नीयत पर एतवार करो।
स्वामिभक्ति का चूरन बाँटन वाले कहते।
हम ही भारत हमारी जय जयकार करो।
रणवीर सिंह 'अनुपम'
07.06.2018
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557. हम शासक हैं (मुक्तक)
हम शासक हैं हमसे मत तकरार करो।
आँख मूँदकर हम पर तुम एतवार करो।
स्वामिभक्ति का खाय धतूरा मस्त रहो।
हम ही हैं भारत हमरी जयकार करो।
रणवीर सिंह 'अनुपम'
07.06.2018
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