Saturday, September 02, 2017

407. उड़कर के तुमने चाँद को

407. उड़कर के तुमने चाँद को

उड़कर के तुमने चाँद को  छू भी  लिया  तो क्या,
धरती  पे   रहकर  आसमां   छूते   तो  बात  थी।
लाशों पे चढ़कर तख्त को हासिल किया तो क्या,
दिल  पर  हमारे  राज  जो  करते  तो   बात  थी।

रणवीर सिंह 'अनुपम'
02.09.2017
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