Friday, March 25, 2016

236. आज शहीदी दिवस दोस्तों (मुक्तक)

आज शहीदी दिवस दोस्तों, भगत सिंह से वीरों का।
राजगुरू, सुखदेव सरीखे, वतनपरस्त  फकीरों का।
जब भारत की, महाघोष  की  ये  हुंकारें  भरते  थे।
गोरे अफसर इनके डर से, थर-थर काँपा करते थे।।

आजादी की खातिर इनने, हँस-हँस के बलिदान दिया।
भारत  के  तीनौ  बेटों   ने,  एक  साथ  प्रस्थान  किया।
इन  मतवाले  वीरों  की  इस,  कुर्बानी  का  ध्यान  रहे।
हाथ  तिरंगा  औ  होंठों  पर, भारत  का  जयगान रहे।।

रणवीर सिंह (अनुपम)
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