829. तन पर कपड़े गेरुआ (कुंडलिया)
तन पर कपड़े गेरुआ, मन में भरा विकार।
ऐसों ने है कर लिया, धर्मों पर अधिकार।
धर्मों पर अधिकार, भूमि जबरन कब्जाएं।
हाथ पैर दें तोड़, राह में जो भी आएं।
धर्म दुधारू गाय, बना ली दुहते जी भर।
मन में भरी गलीज, गेरुआ कपड़े तन पर।
रणवीर सिंह 'अनुपम'
20.08.2019
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