आप यहाँ पर जीवन के विभिन्न पहलुओं पर स्तरीय रचनाएँ पढ़ सकते हैं।
एक मुक्तक
आवाज क़त्ल कर सके शमशीर नहीं है। इतनी बुरी तो हिन्द की तक़दीर नहीं है। इस देश को हर कौम ने सींचा है खूँन से। भारत किसी के बाप की जागीर नहीं है।
रणवीर सिंह 'अनुपम' 06.05.2017 *****
Note: Only a member of this blog may post a comment.
No comments:
Post a Comment
Note: Only a member of this blog may post a comment.