Saturday, May 13, 2017

343. मधुबाला ने जिस घड़ी (कुण्डलिया)

कुण्डलिया छंद

मधुबाला ने  इस  तरह, निज मुख दिया उघार।
मानहुँ    पूरी  सृष्टि   पर,   दई    मोहनी   डार।
दई   मोहनी   डार,  विश्व   पर   जादू   कीन्हा।
घर   आँगन   बाजार,   सभी  बेकाबू   कीन्हा।
बौराये  हैं   रसिक,  रूप  लख  यह  मतवाला।
बड़ा   सार्थक   नाम,   रखा   तेरा    मधुबाला।

रणवीर सिंह 'अनुपम'
12.05.2017
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