Sunday, May 21, 2017

349. नेताओं पर किस तरह (कुण्डलिया)

कुण्डलिया छंद

नेताओं  पर  किस  तरह, करूँ भरोसा मित्र।
चतुर बहुरिया  की तरह, इनका दिखे चरित्र।
इनका दिखे चरित्र, काम जो कुछ ना करती।
दिन भर बर्तन  पटक-पटक चौका में धरती।
हर दिन करें  स्वांग,  गली  में   चौराहों  पर।
किस विधि हो विश्वास, दोमुँहें  नेताओं  पर।

रणवीर सिंह 'अनुपम'
20.05.2017
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