780. अब सब सुनने में लगे (कुंडलिया)
अब सब सुनने में लगे, प्रश्न पू छता कौन।
दिल्ली पटना लखनऊ, सबके सब हैं मौन।
सबके सब हैं मौन, हर तरफ है सन्नाटा।
ज्यों शिष्यों को पकड़, गुरू जी ने हो डाँटा।
भूख, गरीबी, रोग, प्यास की बात हुई कब।
पीट-पीटकर माथ, सभी चुपचाप हुए अब।
रणवीर सिंह 'अनुपम'
15.06.2019
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