779. जहँ लोग कुलों के नामों पर (मुक्तक)
जहँ लोग कुलों के नामों पर, रहते हैं मद में चूर सखे।
जहँ नारी को कहते देवी, फिर भी रहती मजबूर सखे।
जहँ जातिपाँति जहँ ऊँचनीच, जहँ छुआछूत जहँ आडंबर।
जहँ मनुज हीन है पशुओं से, उस धर्म से रहना दूर सखे।
रणवीर सिंह 'अनुपम'
11.06.2019
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