Sunday, June 19, 2016

257. मंचों पर चिल्ला रहें (कुण्डलिया)

कुण्डलिया

मंचों पर चिल्ला रहे, मिस्टर आमिर खान।
उनको भी  लगने लगा, संकट में  हैं  प्रान।
संकट में हैं प्रान, डरें  खबरों को पढ़ सुन।
भारत नहीं सहिष्षुण, रटें मंचों पर ये धुन।
कायर ओ  कृतघ्न,  शर्म  कर  प्रपंचों पर।
झूठे गाल बजात फिरे  क्यों  तूँ  मंचों  पर।

रणवीर सिंह (अनुपम)
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