Saturday, January 16, 2016

191. नैन तीखे कटीलीे नजर (मुक्तक)

मापनी-212  212  212  212

नैन  तीखे  कटीलीे  नजर  आपकी।
देह नाजुक, लचीली कमर आपकी।
आप  ऐसे  न आँचल उठाकर चलो।
इसके' लायक नहीं है उमर आपकी।।

रणवीर सिंह (अनुपम)
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