537. चलो महिला दिवस पर भी
चलो महिला दिवस पर भी, बजा लें गाल हम खाली।
हमें भी है यहाँ फुरसत, दिखो तुम भी हमें खाली।
गया त्रेता गया द्वापर, मगर हालात हैं वो ही,
घुटन, तड़पन वही जिल्लत, मिला बाजार है खाली।
तजुर्बेदार हम भी हैं, जहाँ हमने भी देखा है,
करो कुछ काम की बातें, बजाओ गाल मत खाली।
जो औरत है तो जीवन है, ये दुनिया है ये सृष्टी है,
मरी जो ये मरेंगे सब, मरेगी ये नहीं खाली।
रणवीर सिंह (अनुपम)
08.03.20018
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