Tuesday, March 06, 2018

535. संरक्षण तुमको मिला (कुण्डलिया)

535. संरक्षण तुमको  मिला (कुण्डलिया)

संरक्षण  तुमको  मिला, जी  भर करिये  लूट।
लूटन-पीटन  की  तुम्हें,  मिली   हुई   है  छूट।
मिली   हुई   है   छूट,   बैंक   बेखटके   लूटो।
बाँध-बूँध   संपत्ति,  देश  से   इक  दिन फूटो।
नेताओं   के  संग,  राष्ट्र  का   करिये  भक्षण।
तुमको किसकी फिक्र, प्राप्त जब है संरक्षण।

रणवीर सिंह 'अनुपम'
05.03.2018
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फूटो-भाग आओ

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