रक्ता छंद (वर्णिक)-2121212
602. चोर कर्म से डरो
चोर कर्म से डरो।
कद्र वक्त की करो।
सूर्य से जला करो।
रोशनी करा करो।
जुल्म से झुको नहीं।
साथियो रुको नहीं।
राष्ट्र है निहारता।
आप को पुकारता।
रणवीर सिंह 'अनुपम'
15.08.2018
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