Sunday, October 28, 2018

618. भोलों का है नहीं गुजारा (मुक्तक)

618. भोलों का है नहीं गुजारा (मुक्तक)

भोलों का है नहीं  गुजारा, भोले  बनकर  मत  रहना।
सहने की भी सीमा होती, उससे  ज्यादा  मत सहना।
नदिया-नालों के वादों पर, हाँ जी, हाँ जी मत कहना।
मंदिर-मस्जिद की बातों पर, भावों में आ मत बहना।

रणवीर सिंह 'अनुपम'
28.10.2018
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