कुण्डलिया
कुत्तों ने चर्चा करी, अपना भी हो राज।
राजनीत में भी बढ़े, अपना कुकुर समाज।
अपना कुकुर समाज, चचा, ताऊ औ भ्राता।
दे-दे सबको टिकट, बनाओ, भाग्यविधाता।
लीनी जनता घेर, गँवार कुकरमुत्तों ने।
हाल किया बेहाल, देश का इन कुत्तों ने।
रणवीर सिंह "अनुपम"
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