845. राजनीत ने कब किया (कुंडलिया)
राजनीत ने कब किया, पगले तेरा ख्याल।
लुटे-पिटे या तू मरे, इसको नहीं मलाल।
इसको नहीं मलाल, निरंकुश खल हत्यारी।
इसकी शह पर पुलिस, सचिव, नोचे पटवारी।
दुश्मन ने भी ठगा, ठगा है तुझे मीत ने।
किसका कीन्हा भला, आजतक राजनीत ने?
रणवीर सिंह 'अनुपम'
24.12.2019
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